ETF यानी कि Exchange Traded Funds क्या होता है? ETF काफी समान होते हैं Index funds से लेकिन फिर भी बहुत सारे difference होती है ETF और index funds mai.
पिछले पांच – 10 साल में ETF की मार्केट करीबन 20% बढ़ चुकी है हमारे हिंदुस्तान में. इस ETF के बढ़ोतरी का कारण हम आपको इसी पोस्ट में बताते हैं.
इस पोस्ट में आप जान पाएंगे:
- ETF क्या होता है?
- ETF कैसे काम करता है?
- कितने प्रकार के ETF होते हैं?
- ETF का मार्केट कैसे ग्रो कर रहा है और क्यों कर रहा है?
- ETF मैं हमें क्यों निवेश करना चाहिए?
1. ETF क्या होता है?
तो चलिए सबसे पहले हम यह जानते हैं की ETF क्या होता है,Exchange Traded Funds को हम शॉर्ट फॉर्म में ETF कहते हैं. ETF पैसा कलेक्ट करता है इन्वेस्टर से जैसे कि म्यूच्यूअल फंड्स के अंदर पैसा कलेक्ट किया जाता है इन्वेस्टर से.
उसके बाद वह ETF जो भी इंडेक्स को फॉलो कर रहा है मान लेते हैं कि वह nifty को फॉलो कर रहा है तो जो भी हिंदुस्तान की सबसे बड़ी 50 कंपनी है और उनका प्रोपोर्शन जितना भी है निफ्टी में ETF उसने उसने प्रोपोर्शन में वह स्टॉक खरीद लेगा.
Index Funds vs ETF
किसी इंडेक्स को फॉलो करते हुए यह तो किसी इंडेक्स फंड की तरह ही हुआ तो आपके मन में यह सवाल होगा कि आखिर यह इंडेक्स फंड से किस प्रकार से अलग है?
जैसे कि आपको पता है ईटीएफ का फुल फॉर्म है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड इसका मतलब यह फंड कहीं ना कहीं पर ट्रेड हो रहा है. NSE या BSE जो हमारे स्टॉक एक्सचेंज है वहां पर ETF ट्रेड होते हैं यानी कि यह बिल्कुल स्टॉक्स की तरह ट्रेड हो सकते हैं.
इंडेक्स फंड्स में या फिर म्युचुअल फंड्स में हमें ट्रेड करने के लिए Demat अकाउंट की जरूरत नहीं पड़ती परंतु ETF मैं ट्रेड करने के लिए हमें डीमेट अकाउंट की आवश्यकता होती है.
2. ETF कैसे काम करता है?
जो इंटेक्स फोन है या फिर म्यूच्यूअल फंड है वहां पर इन्वेस्टर से पैसा कलेक्ट किया जाता है उसके बाद वह फंड कहीं पर उस पैसे को इन्वेस्ट कर देता है तो इसी दौरान अगर मैंने इन्वेस्टर्स इस फंड में जुड़ना चाहते हैं तो उस फंड का AUM बढ़ता रहता है.
लेकिन ईटीएफ एक अलग तरीके से काम करता है ईटीएफ वैसे ही काम करता है जैसे कोई कंपनी के स्टॉक्स काम करते हैं.
जब भी कोई न्यू फंड ऑफर (NFO) आता है खाली उसी समय ईटीएफ के पास पैसा आता है और उसके बाद उस फंड में कभी भी पैसा नहीं आ सकता.
3. कितने प्रकार के ETF होते हैं?
जैसे कि हम जान गए कि ETF क्या होता है और कैसे काम करता है तो चलिए अब जान लेते हैं कि कितने प्रकार के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स होते हैं.
हिंदुस्तान में देखा जाए तो 3 प्रकार की ETF चलती है :
- Equity ETF
- Debt ETF
- Commodity ETF
लेकिन USA के जैसे बड़े-बड़े मार्केट में बहुत साले प्रकार के ETF पाए जाते हैं. हम अभी सिर्फ हमारे हिंदुस्तान में पाए जाने वाले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के बारे में ही चर्चा करेंगे.
1. Equity ETF
तो जैसे कि इसके नाम से ही पता चल रहा है यह इक्विटी यानी कि स्टॉक्स के अंदर ही निवेश करता है और एक पार्टिकुलर इंडेक्स को फॉलो करता है.
ज्यादातर इपीएफ किसी ना किसी एक इंडेक्स को ही फॉलो करते हैं.
Ex. Nifty BEES
2. Debt ETF
दूसरे नंबर पर आ जाता है Debt ETF यानी कि किसी भी बॉन्ड्स के अंदर कोई निवेश करता है तो उसे हम कहते हैं Debt ETF
यह bonds कॉमेंट्स के हो सकते हैं या फिर प्राइवेट कंपनी के भी bonds हो सकते हैं. लेकिन सवाल यह उठता है उनकी कोई डायरेक्ट पोंड्स में ही क्यों इन्वेस्ट ना करके Debt ETF क्यों निवेश करना चाहेगा.
तो उसका यह जवाब है कि यहां पे हमें लिक्विडिटी बहुत मिलती है मतलब हम इसको कभी भी खरीद या फिर sell कर सकते हैं क्योंकि यह एक्सचेंज पर ट्रेड हो रहा है.
अगर आप बोंस में निवेश करते हैं तो आपको उसको बेचने के लिए मेच्योरिटी डेट का इंतजार करना पड़ेगा परंतु एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में ऐसा कोई मेच्योरिटी डेट का इंतजार करने की प्रक्रिया नहीं है यह डायरेक्ट एक्सचेंज से हम किसी भी शेयर्स की तरह खरीद या बेच सकते हैं
3. Commodity ETF
अब तीसरा होता है Commodity ETF, कमोडिटी यानी की सोने में निवेश कर सकता है या फिर चांदी में निवेश कर सकता है, तेल के अंदर कर सकता है इसी प्रकार की किसी भी कमोडिटी के अंदर निवेश कर सकता है. लेकिन इनमें सबसे ज्यादा पॉपुलर होते हैं GOLD ETF.
हिंदुस्तान में कमोडिटी इपीएफ की शुरुआत हुई थी 2007 में जोकि है Gold BeES.
देखा जाए तो गोल्ड ईटीएफ के लिए ही ETF का मार्केट बढ़ने लगा
4. ETF का मार्केट कैसे ग्रो कर रहा है और क्यों कर रहा है?
अभी आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि एक्सचेंज ट्रेडेड फंड स्कीम फॉर्म डेट पिछले 5 से 10 साल में किस प्रकार बड़ी है. अगर मैं आपके साथ 2015 का डाटा शेयर करूं तो करीब-करीब ईटीएफ का मार्केट 15000 करोड का था, जो कि देखा जाए मार्च 2021 में यह बढ़कर करीबन 300000 करोड़ का हो चुका है.
पहले इसका जो मार्केट सियार था अगर हम इसको म्यूच्यूअल फंड के साथ कंपेयर करें तो उसका सिर्फ एक प्रसिद्ध था आज का मार्केट शेयर बढ़कर करीब 7% हो गया है.
5. ETF मैं हमें क्यों निवेश करना चाहिए?
अब सवाल उठता है कि आखिर हमें ईटीएफ में क्यों निवेश करना चाहिए, इसका सबसे पहला रीजन तो यह होगा इसका कॉस्ट बहुत ही कम रहता है, और दूसरा फायदा यह है की क्योंकि कॉस्ट कम हो जाती है तो हमारा रिटर्न इसमें ज्यादा हो सकता है.
तीसरी बात यह है कि हम इसे कभी भी खरीद सकते हैं और कभी भी भेज सकते हैं इसका कोई मैच्योरिटी डेट नहीं रहता.
काफी लोग तो इपीएफ के अंदर ट्रेडिंग भी करते हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमा लेते हैं.
Conclusion:
आशा करते हैं कि हमारा यह आर्टिकल आपको ईटीएफ के बारे में कई सारी इनफार्मेशन प्रदान करने में सफल रहा होगा. इसी प्रकार ही हम स्टॉक मार्केट की कई साले भिन्न भिन्न प्रकार के टॉपिक्स पर आर्टिकल्स बना रहे हैं. हमारा आपसे निवेदन है कि आप हमारे इस ब्लॉग को सब्सक्राइब कर लीजिए और कोई भी नहीं आर्टिकल्स आने से आपके सब्सक्रिप्शन मेल में नोटिफिक चला जाएगा जिससे कि आपको पता चल सके कि आज किस टॉपिक में आर्टिकल आया है.
तो फिर मिलेंगे एक नई टॉपिक के साथ तब तक के लिए अलविदा.
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